शब्द का अर्थ
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ध्रुवा :
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स्त्री० [सं० ध्रुव+टाप्] १. एक प्रकार का यज्ञ-पात्र। २. मूर्वा। मरोड़फली। ३. शालपर्णी। सरिवन। ४. ध्रुपद नामक गीत। ५. सती और साध्वी स्त्री। |
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ध्रुवाक्ष :
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पुं० [ध्रुव-अक्ष, मध्य० स०] ज्योतिष्क यंत्रों का वह अक्ष जो आकाशस्थ ध्रुव की सीध में पड़ता अथवा उसकी ओर अभिमुख रहता है। (पोलर एक्सिस) |
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ध्रुवाक्षर :
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पुं० [ध्रुव-अक्षर, कर्म० स०] विष्णु। |
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ध्रुवावर्त्त :
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पुं० [ध्रुव-आवर्त्त, मध्य० स०] १. घोड़ों के शरीर के कुछ विशिष्ट अंगों में होनेवाली भौरी या चक्र। विशेष—घोड़ों के अपान, भाल, मस्तक, रंध्र या वक्षःस्थल पर होनेवाली भौरियाँ ‘ध्रुवावर्त’ कहलाती हैं। २. वह घोड़ा जिसके शरीर पर उक्त भौंरी हो। |
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